ज्ञानोत्कर्ष अकादमी ने भारत देश के विभिन्न प्रांतों से 15 रत्नों को सम्मानित किया

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भारत की एकमात्र निःशुल्क, निःस्वार्थ संस्था “ज्ञानोत्कर्ष अकादमी,बिहार, भारत” के द्वारा साल 2021 के लिए विभिन्न क्षेत्रों मे विख्यात भारत के 15 साहित्यिक रत्नों को सम्मानित किया! जिसमें कुल 28 साहित्यकारो द्वारा विभिन्न क्षेत्रों मे लिखित पुस्तक भेज नामांकन दाखिल कराया! जिसमे संस्था की कार्यकारणी समिति के द्वारा सभी विषयों की गहन जांच  के पश्चात् कुल 15 साहित्यकारो की कृतियों के सम्मान के लिए चुनाव किया गया ! जिसमे कविता, कहानी, शिक्षा, कलाकृति, निबंध, पत्रकारिता के लिए भारत के प्रसिध्द साहित्यकार, पत्रकार, शिक्षकों का चुनाव किया गया ! चुनाव संस्था की वरिष्ठ साहित्यकार ममता गिनोड़िया की अध्यक्षता मे शायरा प्रिया सिंह, गरिमा विनित भाटिया, स्तुति झा, दीपाली सोढ़ी की गहन जांच के उपरांत घोषणा की गयी ! कार्यकारिणी के चयन के उपरांत निम्न साहित्यकारो का चयन किया गया जिसमें – शिक्षा के क्षेत्र मे – “स्वामी सहजानन्द सरस्वती शिक्षा रत्न सम्मान- 2021″1.डॉक्टर अनामिका रोहिल्ला(दिल्ली) – समकालीन साहित्य मे शिक्षा की अवधारणा2. डॉक्टर सुनीता तिवारी(राजस्थान) – समावेशी शिक्षा एव अध्यापकों की अनुभूति कविता के क्षेत्र मे- “महर्षि वाल्मिकी कविता रत्न सम्मान- 2021″1.अनुजा मनु (लखनऊ) – अनकहे लम्हे3. डॉक्टर शिवा(अंबाला, हरियाणा) – सम भाव3. प्रिति चौधरी ‘मनोरमा'(बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश) – यादों के तरु4.मीनाक्षी भसीन(दिल्ली)- शब्दों के पंखकहानी के क्षेत्र मे – “मुंशी प्रेमचंद कहानी रत्न सम्मान- 2021” 1.क्षमा राव (महाराष्ट्र)- forever 2. लक्ष्मी रुपल(पंजाब)- मोहे बिटिया दिजै  3. प्रीति  कुमारी(दिल्ली) – मेरे सपनें हुए सचपत्रकारिता के क्षेत्र मे – “राजाराम मोहन राय पत्रकारिता रत्न सम्मान-2021” वीना आडवाणी”तन्वी”(महाराष्ट्र)लेख /निबंधकार के लिए- “भारतेंदु हरिश्चंद्र लेख रत्न सम्मान- 2021″1.डॉक्टर प्रवीण कुमार श्रीवास्तव(लखनऊ ) – लेख अंजली2.डॉक्टर राजलक्ष्मी कृष्णन(चैन्नई) – दक्षिण के तटविज्ञान के क्षेत्र मे – “गुणाकर मूले विज्ञान रत्न सम्मान- 2021” गौरी शंकर वैश्य(लखनऊ) – बाल विज्ञान कविताएं इतिहास के क्षेत्र मे – “आचार्य रामचंद्र शुक्ल साहित्य इतिहास रत्न सम्मान – 2021″मेघना राय (वाराणसी) – मतिराम के रसराज का आलोचनात्मक अध्ययन कैनवास कलाकृति के क्षेत्र मे- “अमृता शेरगिल कलाकृति रत्न सम्मान- 2021” बुलंदशहर की कल्पना चौधरीके लिए चुना गया ! और “ज्ञानोत्कर्ष अकादमी रत्न सम्मान – 2021” के लिए 1.डॉक्टर माया शुक्ला(काव्य माला), भोपाल2.डॉक्टर राधा वाल्मीकि(फुर्सत के लम्हे), उत्तराखंड 3.अर्चना शर्मा(एक पहल), सिलिगुड़ी 4.आशीष भारती(अब ना सहुंगा), सहारनपुर5.शाहाना परवीन(लम्हो की खामोशियां),मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश 6.मुकेश कुमार ‘ऋषि वर्मा'(कविता), राजस्थान7.श्रीमती राधा मैना प्रिया8.डॉक्टर विजय लक्ष्मी(उत्तराखंड)9.सौम्या अग्रवाल(मुंबई), 10. डॉक्टर विजय लक्ष्मी ‘अनु’ (आगरा)11.निक्की शर्मा ‘रश्मि’, मुंबई12. अखिलेश चन्द्र चमोला(महत्वपूर्ण सुझाव, क्षैक्षिक नवाचार एव क्रियात्मक शोध13. रामेश्वर शाडिल्य, बिलासपुर  को 3 जुलाई को राष्ट्रीय मंच पर संस्था के कार्यकारणी अध्यक्ष श्रीमती ममता गिनोड़िया जी के कर कमलों द्वारा सम्मानित किया जाएगा !

भारत की एकमात्र निःशुल्क, निःस्वार्थ संस्था “ज्ञानोत्कर्ष अकादमी,बिहार, भारत” के द्वारा साल 2021 के लिए विभिन्न क्षेत्रों मे विख्यात भारत के 15 साहित्यिक रत्नों को सम्मानित किया! जिसमें कुल 28 साहित्यकारो द्वारा विभिन्न क्षेत्रों मे लिखित पुस्तक भेज नामांकन दाखिल कराया! जिसमे संस्था की कार्यकारणी समिति के द्वारा सभी विषयों की गहन जांच  के पश्चात् कुल 15 साहित्यकारो की कृतियों के सम्मान के लिए चुनाव किया गया ! जिसमे कविता, कहानी, शिक्षा, कलाकृति, निबंध, पत्रकारिता के लिए भारत के प्रसिध्द साहित्यकार, पत्रकार, शिक्षकों का चुनाव किया गया ! चुनाव संस्था की वरिष्ठ साहित्यकार ममता गिनोड़िया की अध्यक्षता मे शायरा प्रिया सिंह, गरिमा विनित भाटिया, स्तुति झा, दीपाली सोढ़ी की गहन जांच के उपरांत घोषणा की गयी ! कार्यकारिणी के चयन के उपरांत निम्न साहित्यकारो का चयन किया गया जिसमें – शिक्षा के क्षेत्र मे – “स्वामी सहजानन्द सरस्वती शिक्षा रत्न सम्मान- 2021″1.डॉक्टर अनामिका रोहिल्ला(दिल्ली) – समकालीन साहित्य मे शिक्षा की अवधारणा2. डॉक्टर सुनीता तिवारी(राजस्थान) – समावेशी शिक्षा एव अध्यापकों की अनुभूति कविता के क्षेत्र मे- “महर्षि वाल्मिकी कविता रत्न सम्मान- 2021″1.अनुजा मनु (लखनऊ) – अनकहे लम्हे3. डॉक्टर शिवा(मुंबई) – सम भाव3. प्रिति चौधरी ‘मनोरमा'(बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश) – यादों के तरु4.मीनाक्षी भसीन(दिल्ली)- शब्दों के पंखकहानी के क्षेत्र मे – “मुंशी प्रेमचंद कहानी रत्न सम्मान- 2021” 1.क्षमा राव (महाराष्ट्र)- forever 2. लक्ष्मी रुपल(पंजाब)- मोहे बिटिया दिजै  3. प्रीति  कुमारी(दिल्ली) – मेरे सपनें हुए सचपत्रकारिता के क्षेत्र मे – “राजाराम मोहन राय पत्रकारिता रत्न सम्मान-2021” वीना आडवाणी”तन्वी”(महाराष्ट्र)लेख /निबंधकार के लिए- “भारतेंदु हरिश्चंद्र लेख रत्न सम्मान- 2021″1.डॉक्टर प्रवीण कुमार श्रीवास्तव(लखनऊ ) – लेख अंजली2.डॉक्टर राजलक्ष्मी कृष्णन(चैन्नई) – दक्षिण के तटविज्ञान के क्षेत्र मे – “गुणाकर मूले विज्ञान रत्न सम्मान- 2021” गौरी शंकर वैश्य(लखनऊ) – बाल विज्ञान कविताएं इतिहास के क्षेत्र मे – “आचार्य रामचंद्र शुक्ल साहित्य इतिहास रत्न सम्मान – 2021″मेघना राय (वाराणसी) – मतिराम के रसराज का आलोचनात्मक अध्ययन कैनवास कलाकृति के क्षेत्र मे- “अमृता शेरगिल कलाकृति रत्न सम्मान- 2021” बुलंदशहर की कल्पना चौधरीके लिए चुना गया ! और “ज्ञानोत्कर्ष अकादमी रत्न सम्मान – 2021” के लिए 1.डॉक्टर माया शुक्ला(काव्य माला), भोपाल2.डॉक्टर राधा वाल्मीकि(फुर्सत के लम्हे), उत्तराखंड 3.अर्चना शर्मा(एक पहल), सिलिगुड़ी 4.आशीष भारती(अब ना सहुंगा), सहारनपुर5.शाहाना परवीन(लम्हो की खामोशियां),मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश 6.मुकेश कुमार ‘ऋषि वर्मा'(कविता), राजस्थान7.श्रीमती राधा मैना प्रिया8.डॉक्टर विजय लक्ष्मी(उत्तराखंड)9.सौम्या अग्रवाल(मुंबई), 10. डॉक्टर विजय लक्ष्मी ‘अनु’ (आगरा)11.निक्की शर्मा ‘रश्मि’, मुंबई12. अखिलेश चन्द्र चमोला(महत्वपूर्ण सुझाव, क्षैक्षिक नवाचार एव क्रियात्मक शोध13. रामेश्वर शाडिल्य, बिलासपुर  को 3 जुलाई को राष्ट्रीय मंच पर संस्था के कार्यकारणी अध्यक्ष श्रीमती ममता गिनोड़िया जी के कर कमलों द्वारा सम्मानित किया जाएगा

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यादें

Fri Jul 2 , 2021
आज गए स्कूल तो, हमने तुमको ना पाया है। तुम सबको नटखट बातों ने, आज मुझको बहुत सताया है। हर कमरे का हर कोना, देखो आज वीरान पड़ा। तुम सबके बिन बच्चों मेरे, विद्यालय भवन सुनसान पड़ा। आज किसी ने ना घेरा मुझको, ना किया किसी ने स्वागत। यादों ने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।