तुम मेरा मौन हो….

2 0
Read Time1 Minute, 19 Second

कहना चाहते हो तुम कई सारे भेद
अपने मन के लेकर मेरा हाथ अपने हाथों में।
सुनाना चाहते हो अपने दिल की हर धड़कन में
मेरे नाम का जिक्र निशब्द होकरआलिंगन कर बांहों में।
बीते हुए पल की सुखद अनुभूतियों के सुखद स्पंदन को
महसूस करना चाहते हो संग मेरे हमराज बनकर।
जीना चाहते हो लम्हा- लम्हा स्वप्निल से संसार में
संग मेरे ,मेरे हमसफ़र बनकर।
पल-पल टकटकी सी लगाकर मेरे इंतजार में
आबाज देते हैं मुझे मेरे हमजुबा़ होकर कहीं से।
सुनते रहते हो मेरे मन का अंर्तद्वंद
मेरे मौन से संवादों का मेरे हमबदन होकर।
लेकिन जीवन की कशमकश में भूल जाते हो
कुछ कहना है मुझसे और जुदा कर लेते हो
कुछ पल यादों के साए से हमसाया बनाकर।
अब तुम ही बताओ साथी कैसे कह दूं की
मन के अंतर्द्वंद से अंतर्मन में उपजी हुई हर हिलोर का तुम मेरा मौंन हो जबकि मैं तो तुम्हारे मौंन में हूं ।

स्मिता जैन

matruadmin

Next Post

महामारी निवारण हेतु मिलने वाली राशि का होना चाहिए सोशल आडिट

Sun Jun 13 , 2021
कोरोना काल में जहां आम आवाम की मानवीय संवेदनायें चरम सीमा पर रहीं, वहीं अधिकांश स्थानों पर प्रशासनिक क्रियाकलापों पर प्रश्नचिंह अंकित होते रहे। सूचना के अधिकार से बाहर होने की बात कहकर जबाबदेही पर मुकरना, उत्तरदायी अधिकारिकों के लिए आम बात हो गई है। सरकारों ने जो सुविधायें और […]

पसंदीदा साहित्य

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।