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घनघोर घटा लिपटी ज्यों जटा
अवधूत शोभे, भवभूत हिमालय
पांव पखारे , भावार्थ- सेवार्थ
भारत मां का सपूत हिमालय
रिपु से रक्षा करे महारक्षक
जुग-जुग जिए अग्रदूत हिमालय
महर्षि मनस्वी, यशस्वी तपस्वी
अवधूतों का है अवधूत हिमालय
जड़ों में जड़ी जड़ीबूटी जोड़ी-जोड़ी
रिद्धि-सिद्धि,समृद्धि अकूत हिमालय
दिव्य देवपगा गिरि जनक कनक
‘सावन’ मंगल करें देवदूत हिमालय
घनघोर घटा लिपटी ज्यों जटा
अवधूत शोभे, भवभूत हिमालय
सुनील चौरसिया ‘सावन’
टेंगा वैली अरुणाचल प्रदेश
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