बेबस आवाज

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himanshu mitra

बेबस है एक आवाज,

लोगों के जर्जर तहखाने में
व्याकुल हो उठती है
जब कभी कोई,
शोर सुनाई देता है
डरी हुई,थोड़ी सहमी-सी
इन महानगरों के
दोहरे आचरण से,
जहाँ असत्य का आधिक्य है
जहाँ सत्य का मुद्रा से विनिमय
उसकी आँखों के सामने होता है,
जहाँ हर रोज कोई हिंसा किसी
नवजात रूपी अवधारणा
का हरण कर लेती है,
विलुप्ति की कगार पर
खड़ी होकर
हर क्षण खोजती है
कुछ दर्रों  को
जहाँ से वो स्वतंत्र होकर,
सूर्य की किरणों का
अवलोकन कर पाए
संचारित हो सके उनमें
प्राणदायक आशाएं,
पनपती है इसलिए
निरन्तर कि कोई धारणा
अपवाद न बन जाए,
अक्सर उलझ जाती है
परम्परावादी समाज में
नहीं सुलझा पाती है खुद को,
धीरे-धीरे ह्रसित होकर
स्वयं अपना ही अस्तित्व
समाप्त कर लेती हैl

                                                                                           #हिमांशु मित्रा

परिचय: हिमांशु मित्रा उत्तरप्रदेश राज्य के शिवपुरी (लखीमपुर खीरी) में रहते हैंl 
आपकी उम्र २० वर्ष तथा स्नातक उत्तीर्ण हैंl आप हिन्दी में लिखने का शौक रखते हैंl  

matruadmin

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मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।