मालवी दिवस के उपलक्ष्य में कवि सम्मेलन हुआ

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मध्य प्रदेश की प्रतिष्ठित मालवी संस्था “पचरंगो मालवों इंदौर ” द्वारा पिछले दस वर्षो से लगातार किए जाने वाले नववर्ष प्रतिपदा मालवी दिवस के उपलक्ष्य में एक अंतरराष्ट्रीय मालवी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया । जिसमें देश के विभिन्न शहरों कस्बों के साथ विदेश में बसे मालवी भाषा के कवियों ने रचनापाठ किया । संस्था के अध्यक्ष श्री राजेश भंडारी” बाबू ” के संयोजन में श्री राधेश्याम गोयल महू,रमेश आंजना (महू) द्रोणाचार्य दुबे (कोदरिया) राजेश पाटीदार (महू)भीम सिंह पंवार (इंदौर), अनिल पांचाल(कायथा) , सुषमा दुबे(महू) , जनार्दन शर्मा(इंदौर) , हेमलता शर्मा (भोली बेन) , माया बधेका (बैंगलोर)(थाईलैंड) रजनीश दवे(इंदौर) , धीरेन्द्र जोशी , भैरूलाल सुनार(मनासा) , जयशंकर प्रसाद द्विवेदी (दिल्ली), डॉ शशिकला अवस्थी , राजीव नेमा इंदौरी(यूएस) आदि ने मालवी रचनाओं का पाठ किया । कवि सम्मेलन का संचालन राजेश भंडारी “बाबू”एवं द्रोणाचार्य दुबे ने किया ।
प्रमुख कवियों की रचनाएं इस प्रकार रही

1.श्री राजेश भंडारी”बाबू” – मालवी के राजभाषा को दर्जो देवाड़ो म्हारा मालवी का लाल ।

  1. रमेश आंजना – मति छापजो म्हारी कविता अखबार में तमारो कागद मैंगो है ।
  2. राधेश्याम गोयल -असी म्हारा नाना की लाडी ।
  3. द्रोणाचार्य दुबे -मालवी हास्य व्यंग उंदरो ।
    5.सुषमा दुबे – कई बतावां तमारे कदी या जिंदगी नवाब सी लगती थी ।
    6.धीरेन्द्र जोशी – बेटी पर समर्पित कविता मेरी सौन चिरैया रे ।
    7.जनार्दन शर्मा — घर आंगन रंगोली तोरण सजाओ , नयो साल मनावो ।
    8.रजनीश दवे – कसे करुं अपणा मन की बात ।
    9.हेमलता शर्मा (भोली बेन) -आओ मालवी दिवस मनावा ।
  4. भैरूलाल सुनार -म्हारी छाती मति बालों रे बालम ( सुंदर विरह गीत)
  5. शंकर प्रसाद द्विवेदी – भोजपुरी बसंत गीत
    12.डॉ शशिकला अवस्थी – नववर्ष बधाई गीत
  6. माया बधेका – प्रेरक उद्बोधन
    14.राजीव नेमा -कोरोना पर नाट्य प्रस्तुति ।
    15.कार्तिकेय त्रिपाठी – प्रेरक उद्बोधन
  7. राजेश पाटीदार – अरे गुड़ी पड़वा अई गी रे ।
    17.अनिल पांचाल – नी हडवा की , नी लडवा की , शुभकामना गुड़ी पड़वा की ।

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