संवत 2078 दे आपको..

0 0
Read Time1 Minute, 34 Second

करे न कोई गम अब
जाते हुए 2077 संवत का।
जो बीता सो बीता
अब गुजर गया साल।
सिखा गया जाते जाते
लोगों के दिलमें प्रेमभाव।
नहीं आया विपत्ति में
धनदौलत अबकी बार।
भूला कर अपने सारे गम
करे नई सोच के साथ शुरूआत।।

नया साल दे आपको,
मन माफिक परिणाम।
सभी ख्वाब पूरी हो,
करते प्रार्थना ईश्वर से ।
सभी को रिद्धि दे,
सिद्धि दे,
वंश में वृद्धि दे।
ह्रदय में ज्ञान दे,
चित्त में ध्यान दे।
अभय वरदान दे,
दुःखो को दूर कर।
सुख भर पूर दे,
आशा को संपूर्ण कर।
सज्जन जो हित दे,
कुटुंब में प्रीत दे ।
जग में जीत दे,
माया दे, साया दे ।
और निरोगी काया दे,
मान-सम्मान दे।
सुख समृद्धि और ज्ञान दे।
शान्ति दे, शक्ति दे,
और भक्ति भरपूर दें…।
ऐसी में देता हूँ,
शुभ कामनाएं दिलसे।
रहे अमन और शांति
अपने इस मुल्क में।
हिल मिल कर रहे
हमसब अपने भारत में।।

विक्रम संवत 2077 को भूलकर नव संवत 2078 की और गुड़ी पड़वा की मंगल शुभकामनाएं, आप सभी को दिल से देता हूँ। जो आपको हर खुशी के साथ शक्ति शांति समृध्दी दे।।

जय जिनेन्द्र देव
संजय जैन (मुम्बई)

matruadmin

Next Post

स्थ्य मंत्रालय जनभाषा में नहीं, अंग्रेजी में देता सभी सूचनाएँ और ख़बर।

Tue Apr 13 , 2021
विषय- भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अंग्रेजों के लिए काम करने व राजभाषा अधिनियम का शत्-प्रतिशत् उल्लंघन करने पर परिवाद। महोदय, कोविड काल में भारत सरकार आम जनता के लिए कई योजनाएँ बना रही है, अभियान चला रही है पर उनका लाभ आम नागरिकों तक बहुत कम पहुँच रहा है […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।