करवाचौथ

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करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,,
प्रेम की पावनता है ये, रिश्तो का कारोबार नहीं,,
बरसों से इन रीतियों का, अनुसरण हुआ है,,
सात फेरों की प्रीतियों का, पावन प्रण हुआ है,,
इन पावन क्षणों का कभी, होता झूठा आधार नहीं,,
करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,,
प्रेम की पावनता है ये, रिश्तों का कारोबार नहीं,,
अलग नहीं होते पति पत्नी, एक दूजे में रहते हैं,,
ये केवल “राणा” नहीं कहता, वेद हमारे कहते हैं,,
लेकिन सजना सवंरना ही, प्रेम का व्यवहार नहीं,,
करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,,
प्रेम की पावनता है ये, रिश्तों का कारोबार नहीं,,
साजन ख़ातिर देखो, सजनी केसे भूखी रहती है,,
प्रेम में सजी धजी देखो, योवन की नदियां बहती है,,
जिसमें चूड़ी, कंगन,बिंदिया,से बढ़कर श्रृंगार नहीं,,
करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,,
प्रेम की पावनता है ये, रिश्तों का कारोबार नहीं,,
पति की लंबी आयु का,पत्नी ये व्रत करती है,,
अपनी मांग सिंदूरी को, वचनों से नित भरती है,,
ये ऐसा सोदा जिसमें धोखे का व्यापार नहीं,,
करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,,
प्रेम की पावनता है ये, रिश्तों का कारोबार नहीं,,
सचिन राणा “हीरो”
हरिद्वार (उत्तराखंड)

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करवाचौथ

Wed Nov 4 , 2020
सुहागन के सुहाग की रक्षा का महापर्व सुहागन के उपवास पर हर सुहाग करता गर्व भारतीय संस्कृति का यह अनूठा त्यौहार है एक दूसरे के प्रति बढ़ता इससे सद्व्यवहार है करवा चौथ के पर्व पर करो एक संकल्प क्रोध जीवन मे न रहे शांत स्वभाव विकल्प।#श्रीगोपाल नारसन Post Views: 229

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।