करवाचौथ

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करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,,
प्रेम की पावनता है ये, रिश्तो का कारोबार नहीं,,
बरसों से इन रीतियों का, अनुसरण हुआ है,,
सात फेरों की प्रीतियों का, पावन प्रण हुआ है,,
इन पावन क्षणों का कभी, होता झूठा आधार नहीं,,
करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,,
प्रेम की पावनता है ये, रिश्तों का कारोबार नहीं,,
अलग नहीं होते पति पत्नी, एक दूजे में रहते हैं,,
ये केवल “राणा” नहीं कहता, वेद हमारे कहते हैं,,
लेकिन सजना सवंरना ही, प्रेम का व्यवहार नहीं,,
करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,,
प्रेम की पावनता है ये, रिश्तों का कारोबार नहीं,,
साजन ख़ातिर देखो, सजनी केसे भूखी रहती है,,
प्रेम में सजी धजी देखो, योवन की नदियां बहती है,,
जिसमें चूड़ी, कंगन,बिंदिया,से बढ़कर श्रृंगार नहीं,,
करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,,
प्रेम की पावनता है ये, रिश्तों का कारोबार नहीं,,
पति की लंबी आयु का,पत्नी ये व्रत करती है,,
अपनी मांग सिंदूरी को, वचनों से नित भरती है,,
ये ऐसा सोदा जिसमें धोखे का व्यापार नहीं,,
करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,,
प्रेम की पावनता है ये, रिश्तों का कारोबार नहीं,,
सचिन राणा “हीरो”
हरिद्वार (उत्तराखंड)

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करवाचौथ

Wed Nov 4 , 2020
सुहागन के सुहाग की रक्षा का महापर्व सुहागन के उपवास पर हर सुहाग करता गर्व भारतीय संस्कृति का यह अनूठा त्यौहार है एक दूसरे के प्रति बढ़ता इससे सद्व्यवहार है करवा चौथ के पर्व पर करो एक संकल्प क्रोध जीवन मे न रहे शांत स्वभाव विकल्प।#श्रीगोपाल नारसन Post Views: 523

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।