मेरा महबूब

0 0
Read Time1 Minute, 4 Second

ऐ बहारों सजा दो चमन को,
मेरा महबूब आया हुआ है।

ऐ घटा तू बरस जरा जम के,
प्यार का नशा छाया हुआ है।
ऐ सितारों सजा दो महफ़िल,
मेरा मन आज बहका हुआ है।

ऐ बहारों सजा दो चमन को,
मेरा महबूब आया हुआ है।

ऐ गुलशन महक जा जरा तू,
मेरा अरमां मचला हुआ है।
ऐ हवा चल जरा होले होले,
मेरा आंचल सहमा हुआ है।

ऐ बहारों सजा दो चमन को,
मेरा महबूब आया हुआ है।

ऐ चन्दा जरा तू छिप जा,
मेरा महबूब शरमाया हुआ है।
ऐ धड़कन धड़क धीरे धीरे,
मेरा दिल आज खोया हुआ है।

ऐ बहारों सजा दो चमन को,
मेरा महबूब आया हुआ है।

ऐ हमदम जरा पास आओ,
मन का पंछी चहका हुआ है।
लगा ले मुझको गले मेरे प्रियतम,
मेरा तन आज दहका हुआ है।

ऐ बहारों सजा दो चमन को,
मेरा महबूब आया हुआ है।

रचना
सपना (स ० अ०)
जनपद औरैया

matruadmin

Next Post

केवीएस ने बहायी वतन में एकता एवं समरसता की सरिता : सावन

Fri Oct 30 , 2020
केन्द्रीय विद्यालय संगठन ‘एक भारत – श्रेष्ठ भारत’ अभियान के अन्तर्गत काव्य, कला, गीत, संगीत इत्यादि से संबंधित विविध कार्यक्रमों को आयोजित कर एक राज्य को दूसरे राज्य की संस्कृति से जोड़ने की महती भूमिका निभा रहा है जिससे वतन में एकता एवं समरसता की सरिता प्रवाहित हो रही है। […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।