सत्य बेचारा

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परमात्म यज्ञ भी प्रभावित हुआ
आदमी ही आदमी से दूर हुआ
ईश्वरीय विद्यालय में पढ़ाई नही
परमात्म वाणी किसी ने सुनाई नही
सत्संग को भी तरस गए है हम
सेवा के लिए नही जा पा रहे हम
जो मुरली में बताया वही हो रहा है
आदमी ही आदमी को खो रहा है
कही स्वार्थ, कही अहंकार बढ़ा है
विकारो से ग्रसित आदमी खड़ा है
इन्ही सबकी यह विनाशलीला है
सत्य बेचारा उपेक्षित सा खड़ा है।
#श्रीगोपाल नारसन

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मैया तेरा दरबार

Wed Oct 21 , 2020
सुंदर सुंदर प्यारा प्यारा ,मैया तेरा दरबार है, तेरे चरणों में शीश झुकाए,मैया सारा संसार है। माथे पे बिंदिया लाल लाल,होंठो की लाली लाल है, लाल लाल हाथों कि चूड़ी,गालों की लाली लाल है। सुंदर सुंदर प्यारा प्यारा ,मैया तेरा दरबार है, तेरे चरणों में शीश झुकाए,मैया सारा संसार है। […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।