पृथ्वी का सिंगार

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वृक्ष धरा के आभूषण हैं
जीवन के आधार सखे!
रोपावनी कराकर करना
पृथ्वी का सिंगार सखे!!

धरती का करते पोषण हैं
अमृत जल बरसा करके!
कोख कीयारी की भर जाती
रिमझिम बूंदें पाकर के!!

देते जल जंगम चेतन का
जीवन का आधार सखे !
रोपावनी कराकर करना
पृथ्वी का सिंगार सखे।।

कर्म बीज को सदा उगाएं
ज्ञान ध्यान के दाई हैं!
फैल सके ना धरा प्रदूषण
करते सदा सफाई हैं !!

लोभ में पड़ ना काटो इनको
रक्षा का लो भार सखे !
रोपावनी कराकर करना
पृथ्वी का सिंगार सखे !!

जिज्ञासु जन जीवन चाहे
तो जल संचय करना है !
बिना वृक्ष के जन गण मन में
बस उपहास ही भरना है !!

छरण न होगा धरती का
जब इनके संग करें प्यार सखे !
वृक्ष धरा के आभूषण हैं
जीवन का आधार सखे !!

#कमलेश विष्णु जिज्ञासु

परिचय-

परिचय
नाम:- कमलेश विष्णु सिंह
‘जिज्ञासु’
पिता:- स्वर० राम प्रसाद सिंह
मांता:- स्व० श्रीमती कौशल्या देवी
जन्म:- 6 जनवरी 1953
ग्राम:- गहमर
वर्तमान में:- प्रदेश अध्यक्ष
सर्वदलीय गौरक्षा मंच
(साहित्यिक सांस्कृतिक शाखा)
पुरस्कार:- उत्तर प्रदेश पत्रकार द्वारा ‘पूर्वांचल रत्न अलंकरण’
काशी दर्पण सम्मान,
पूर्वांचल गौरव सम्मान आदि
शिक्षा :-पोस्ट ग्रेजुएट बीएचयू (BHU)

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।