देश की दशा के दर्शन

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चारो तरफ हाहाकार मचा है,
दुखो का दौर अभी बाकी हैं।
अभी तो केवल ट्रेलर देखा है,
पूरी फिल्म देखना बाकी हैं।।

अस्पतालों का है बुरा हाल,
डॉक्टर नर्स नहीं मिलते हैं।
जरूरी दवाओं की बात छोड़ो
मास्क दस्ताने नहीं मिलते हैं।

बढ़ते जा रहे रोज है मरीज,
लाखो में संख्या है पहुंच गई।
कैसे होगा इनका अब इलाज,
ये समस्या अब गंभीर हो गई।

खुल गई पोलपट्टी नेताओ की
जो मीठे मीठे भाषण देते थे ।
जनता को नए स्वप्न दिखाकर
केवल अपनी ही जेबे भरते थे

एक तरफ कोरोना फैला है,
दूसरी तरफ बाढ़ आईं है।
कर न सकी प्रबन्ध सरकारें,
ये कैसी मुसीबत अब आई है।

दिखा रहा है आंखे चीन एक तरफ,
दूसरी तरफ पाक आतंकी है भेज रहा।
दोनों से राेंज मुठभेड़ होती हैं
परिणाम कुछ भी न निकल रहा।

कहीं हो रही कुर्सी के लिए खींचतान,
कहीं झूठे सच्चे दावे पेश हो रहे।
कहीं लेे रहे है होटलों मै मज़े नेता,
कहीं लोग भूखे देश में मर रहे।।

इससे ज्यादा क्या और लिखे रस्तोगी,
जो देखा सुना वह अब लिख रहा।
अब तो भगवान मालिक इस देश का,
जो मुसीबतों के दौर से गुजर रहा।।

रस्तोगी और क्या कराए देश के दर्शन,
जो देख रहा है वह देश के दर्पण में।
दर्पण कभी भी झूठ नही बोलता ,
जो आया सामने उसके अर्पण में।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।