रक्षा बंधन

0 0
Read Time1 Minute, 11 Second

हर सावन में आती राखी।
बहिना से मिलवाती राखी।
बहिन-भाई का अनोखा रिश्ता।
बना रहे ये बंधन हमेशा।।

जो भूले से भी ना भूले।
बचपन की वो सब यादे।
बहिन-भाई का अटूट प्रेम।
सब कुछ याद दिलाती राखी।।

भाई बहिन का पवित्र रिश्ता।
हर घर में खुशियां बरसाता।
बहिना सब के दिलमें बसती।
क्योकिं घर की वो है लक्ष्मी।।

मन भावन क्षण लाती राखी।
एक दूसरे की रक्षा की
याद दिलाती राखी।
वचन हमेशा याद दिलाती
बहिन भाई को ये राखी।
इसलिए हर साल ये आती
स्नेह प्यार सब का बढ़ाती।।

भैया भाभी वचन एक देना,
कभी न छोड़ोगे मातपिता को।
यही वचन है भाई मेरा
राखी का उपहार भी मेरा।
घर घर में लायेगा
ये वचन खुशियां अपरम्पार।
देखो आया बहिन भाई का,
रक्षा बंधन का त्यौहार।।

जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुम्बई)

matruadmin

Next Post

कोरोना सावधानी के साथ हर्षोल्लास से मनाएं राम मंदिर प्रारम्भ पूजन दिवस: विहिप

Sat Jul 25 , 2020
· पांच अगस्त को सभी पूज्य सन्त-महात्मा अपने-अपने मठ-मन्दिरों, आश्रमों में तथा देश-विदेशों में बसे सभी रामभक्त अपने-अपने घरों या निकट के मन्दिरों या आश्रमों में सामूहिक बैठकर प्रातः 10.30 बजे से अपने-2 आराध्य देव का भजन-पूजन कीर्तन स्मरण करें, पुष्प समर्पित करें, आरती करें तथा प्रसाद बाँटें। · किसी […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।