कोरोना सावधानी के साथ हर्षोल्लास से मनाएं राम मंदिर प्रारम्भ पूजन दिवस: विहिप

0 0
Read Time3 Minute, 38 Second
    नई दिल्ली। जुलाई 25, 2020। विश्व हिन्दू परिषद् ने श्रीराम जन्मभूमि पर होने वाले मंदिर के निर्माण के निमित्त पूजन के सम्बन्ध में एक वृहद कार्ययोजना तैयार की है. इसके अनुसार आगामी पांच अगस्त को एक ओर जहां अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के लिए प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पूज्य संतों, विद्वानों, ट्रस्टीयों तथा अन्य गणमान्य लोगों के साथ अयोध्या में पूजन कर रहे होंगे वहीँ सम्पूर्ण देश उस अनुपम दृश्य को टकटकी लगाए अपने-अपने टीवी चैनलों पर सजीव (लाइव) देख रहा होगा. इस पूजन में देशभर की पवित्र नदियों का जल तथा तीर्थों की पावन माटी के संयोग से श्रीराम जन्म भूमि का यह मंदिर सामाजिक समरसता, राष्ट्रीय एकात्मता तथा हिंदुत्व के भाव जागरण का एक चिरजीवी दैदीप्यमान केंद्र बनेगा. हिन्दू समाज की सैकड़ों वर्षों की अनवरत तपश्चर्या के उपरांत रामभक्तों की आकांक्षाओं के पूर्ण होने की इस पावन वेला पर विश्व हिन्दू परिषद् के महामंत्री श्री मिलिंद परांडे ने सभी राम भक्तों से आह्वान किया है कि:

· पांच अगस्त को सभी पूज्य सन्त-महात्मा अपने-अपने मठ-मन्दिरों, आश्रमों में तथा देश-विदेशों में बसे सभी रामभक्त अपने-अपने घरों या निकट के मन्दिरों या आश्रमों में सामूहिक बैठकर प्रातः 10.30 बजे से अपने-2 आराध्य देव का भजन-पूजन कीर्तन स्मरण करें, पुष्प समर्पित करें, आरती करें तथा प्रसाद बाँटें।

· किसी बड़े सभागार / हॉल में टेलिविज़न / परदे द्वारा अयोध्या में भूमि पूजन के कार्यक्रम को अपने-2 स्थानों के समाज को लाइव दिखाने की यथासम्भव योजना-रचना करें।

· अपना घरों, मुहल्लों, ग्रामों, बाज़ारों, मठ-मन्दिरों, गुरुद्वारों, आश्रमों इत्यादि में यथाशक्ति साज-सज्जा करें, व प्रसाद वितरण कर सायंकाल सूर्यास्त के बाद दीप जलायें।

· अपनी सामर्थ्य के अनुसार राम मंदिर निर्माण के लिए यथाशक्ति दान का संकल्प करें।

· वर्तमान परिस्थितियों में अयोध्या आने से बहुत असुविधा हो सकती है अतः अपने घरों, निकट के मठ-मंदिरों या स्थानीय सार्वजनिक स्थलों पर ही इस उत्सव को धूमधाम से मनायें।

· प्रचार के सभी साधनों का उपयोग करते हुए समाज के अधिकाधिक लोगों तक इस भव्य कार्यक्रम को पहुँचायें।

· उपरोक्त सभी योजनाओं व कार्यकर्मों में कोरोना से रक्षा के सभी साधन अपनायें तथा इस सम्बन्ध में आए सरकारी व प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें।

जारीकर्ता
विनोद बंसल
राष्ट्रीय प्रवक्ता, विश्व हिंदू परिषद

matruadmin

Next Post

तुलसी चालीसा

Sun Jul 26 , 2020
तुलसी जयंती पर विशेष तू कहते हैं राम को,ल से लक्ष्मण जान। सी का मतलब मातु सिय, दास बसे हनुमान।। जय तुलसी हिंदी रखवारी। राम भगत संतन सुखकारी।।1 सावन सुदि सातम शनिवारा। तुलसी बाल्मीक अवतारा।।2 चित्रकूट राजापुर ग्रामा। उत्तर भूमी पावन धामा।।3 पिता आतम माता हुलसी। मूल नखत्तर जन्में तुलसी।।4 […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।