गुरुदेव की वाणी सुनो

0 0
Read Time1 Minute, 39 Second

विद्यासागर जी की वाणी सुनो।
ज्ञान अमृत का रसपान करो।
ज्ञानसागर जी की दिव्य ध्वनि सुनो।
जैन धर्म का पालन करो।
विद्यासागर जी की वाणी सुनो।।

आज हम सबका यह पुण्य है।
मिला है हमें मनुष्यब जन्म ..।
किये पूर्व में अच्छे कर्म।
इसलिए मिला मनुष्य जन्म।
गुरुवर के मुख्य बिंदु से।
जिनवाणी का ज्ञान प्राप्त करो।।
विद्यासागर जी की वाणी सुनो।
ज्ञान अमृत का रसपान करो।

वीर प्रभु जी की एक छवि।
सदा दिखती है उनमें …. ।
वीर प्रभु के कथनो को।
साकार करने आये धरती पर ।
कलयुग में मिले है हमें ।
सतयुग जैसे गुरु विद्यासागर।।
विद्यासागर जी की वाणी सुनो।
ज्ञान अमृत का रसपान करो।

सदा आगम का अनुसरण करे।
उसके अनुसार ही वो चले … ।
बाल ब्रह्मचारियों को ही।
वो देते है मुनि दीक्षा।
पहले भट्टी में उन्हें तपते है।
सोना बनाकर ही छोड़ते है।।
विद्यासागर जी की वाणी सुनो।
ज्ञान अमृत का रसपान करो।।

गुरुदेव की चरणों मे नामोस्तु
आज गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गुरुदेव आचर्यश्री १०८ विद्यासागर जी के चरणों में संजय जैन (मुम्बई) का भजन समर्पित है।

जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुंबई )

matruadmin

Next Post

राष्ट्रीय आंचलिक साहित्य संस्थान मे गुरु पूर्णिमा पर महा कवि सम्मेलन संपन्न !

Mon Jul 6 , 2020
राष्ट्रीय आंचलिक साहित्य संस्थान(रजिं) के  तत्वधान में महा कवि सम्मेलन संपन्न हुआ ! 5 जुलाई 2020 रविवार को पूरे भारत के 86 कवियों द्वारा गुरु की महिमामंडन का अपनी रचनाओं द्वारा अलग-अलग तरीकों एवं अलग-अलग अंदाज में किया गया संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवल पाल प्रभाकर ‘दिनकर’ जी के उपस्थिति […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।