कोरोना की जीवनशैली में तनावमुक्त कैसे रहें?

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  वैसे तनाव किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। भले ही वह कोरोना महामारी ही क्यों न हो? सत्य तो यह भी है कि चुनौतियों से भाग पाना संभव नहीं है। जबकि चुनौतियों का उचित समाधान है कि अपनी जीवनशैली को सुदृढ़ बनाया जाए। अपने मनोबल को इतना ऊंचा किया जाए ताकि तनाव उत्पन्न ही न हो सके।
  सर्वविदित है कि कोरोना महामारी के चलते जीवनशैली को तनावमुक्त बनाना वर्तमान समय में एक भयंकर चुनौती है। जिससे निपटने का हल प्रत्येक व्यक्ति के लिए अति आवश्यक एवं अनिवार्य है।
  मनोवैज्ञानिक भी अपने तनावग्रस्त रोगी को सर्वप्रथम यही शिक्षा देते हैं। वह अपने रोगी का साहस बढ़ाने का भरसक प्रयास करते हैं। वह स्पष्ट कहते हैं कि अपनी जीवनशैली और अपने चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित करने का प्रयास करें। नकारात्मकता को मन में उपजने न दें। नकारात्मक माहौल से बचें। अर्थात मन-मस्तिष्क पर कोरोना को हावी न होने दें। आवश्यकता से अधिक समाचार भी न देखें/पढ़ें।
  अपने-आपको कोरोनामुक्त रोगियों की संख्या, घरेलू कार्य, कारोबार की बढ़ोतरी, पारिवारिक जीवन की सार्थकता, सुखद लेखनकला, राष्ट्रभक्ति एवं राष्ट्रनिर्माण के सुनहरे भविष्य के सपनों में खोनें से तनावमुक्त व जीवनशैली सुखद होना तय है।

matruadmin

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।