पड़ गई सारी उल्टी चाल

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devendr aag
पड़ गई सारी उल्टी चाल,किया दिल्ली ने गुरु घंटाल,
हार गए यार केजरीवाल,बनाया ईवीएम को ढाल..
सत्तर में से सड़सठ लाए,चल गया झाडू,कूचा,
सोच रहे थे जीत लिया है हिंदुस्तान समूचा..
अब उतरी केंचुली की खाल,ले गया फिरकी कैसे काल..
पड़ गयी सारी उल्टी चाल ——।

सबको डरा रहे थे डेंगू से होगा इन्फेक्शन,
दिल्ली ने दे डाला चिकनगुनिया का इंजेक्शन..
गल पाई न फ़िर से दाल,एमसीडी जी का जंजाल
पड़ गई सारी उल्टी चाल ——-।

दो सालों से देते आए उल्टे-सीधे भाषण,
कोई मंत्री पत्नी पीटे,कोई बनाए राशन..
किया जनता ने अजब कमाल,गाल कर डाले दोनों लाल..
पड़ गयी सारी उल्टी चाल —–।

आम आदमी शब्द बना डाला है यारों गाली,
लाखों के थे चाय समोसे,नौ हजार की थाली..
मचा होटल से नया बवाल,पब्लिक ने फेंका तत्काल,
पड़ गई सारी उल्टी चाल——।

इंसानों का इंसानों से होगा भाई चारा,
इस नारे के बदले में था देशद्रोह का नारा..
दिल्ली ने बदली सुर ताल,ठोंका खूब सलामी-लाल,
पड़ गई सारी उल्टी चाल —-।

अन्ना के संग जिस मुद्दे पर बजा रहे थे ढोल,
आज वही तो इस जनता ने माँग लिया रीकॉल..
बिछाया था जो मिलकर जाल,उसी में फँस गए प्यारे लाल..
पड़ गई सारी उल्टी चाल —–।।

                                                 #देवेन्द्र प्रताप सिंह ‘आग’

परिचय : युवा कवि देवेन्द्र प्रताप सिंह ‘आग’ ग्राम जहानाबाद(जिला-इटावा)उत्तर प्रदेश में रहते हैं।

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।