आशीष कंधवे भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित

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इंदौर ।

हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्यरत संस्था मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा विश्व हिंदी साहित्य परिषद्, भारत के अध्यक्ष एवं गगनांचल के सह संपादक आशीष कंधवे जी को विश्व पुस्तक मेला, दिल्ली में भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया।
इस अवसर पर संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’,राष्ट्रीय महासचिव कमलेश कमल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. नीना जोशी, केबीएस प्रकाशन के संजय साफी एवं भावना शर्मा भी उपस्थित रहें।
ज्ञात हो कि श्री कंधवे ने इंग्लैंड, हॉलैंड, बेल्जियम, फ़्रांस, स्विटज़रलैंड, ताशकंद, दक्षिण अफ़्रीका, मॉरीशस, दुबई, आबूधाबी, शारजाह, कम्बोडिया, वियतनाम, थाईलैंड, श्रीलंका, इंडोनेशिया, जर्मनी, चेक, हंगरी, ऑस्ट्रिया, स्लोवाकिया, मस्कट, टर्की, इटली, वेटिकन सिटी आदि कई देशों में साहित्यिक यात्राएँ कर हिंदी को सशक्त किया है।
साथ ही कई पुस्तकों का लेखन व संपादन किया है। साथ ही समकालीन हिंदी साहित्य में एक प्रखर कवि, संपादक, समीक्षक और प्रवासी साहित्य के जानकार के रूप में आपकी पहचान तथा देश-विदेश में हिंदी भाषा साहित्य और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए संकल्पबद्ध योद्धा के रूप में है।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।