रंगपंचमी पर काव्यरंग की फुहार

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गोंदिया।
होली के अवसर पर रंग और गुलाल के साथ यदि काव्य की फुहारें भी हो जाए तो होली का आनंद दोगुना हो जाता है। रंगपंचमी के दिन कुछ ऐसा ही प्रयास किया साहित्य मंडल गोंदिया ने। कवि-संगीतकार रमेश शर्मा के निवास श्री सदन में रंगारंग कविगोष्ठी हुई। विशेष बात तो यह थी कि रंगपंचमी का दिन, पाँच कवियों द्वारा काव्य पाठ और अध्यक्षता कर रहे थे कवि छगन पंचे। कवि निखिलेशसिंह यादव के मुक्तक व छंदों, नरेश आर. गुप्ता के सटीक व्यंग्य, शशि तिवारी के व्यंग्य, छंद, गीतों, रमेश शर्मा के गीत ग़ज़लों एवं छगन पंचे की व्यंग्यात्मक रचनाओं के साथ हास-परिहास की रचनाओं ने लगभग तीन घंटे काव्य महफिल में खूब रंग जमाया। कवि शश़ि तिवारी की ग़ज़लों की संगीतमय प्रस्तुति भी रमेश शर्मा ने की। संचालन रमेश शर्मा ने एवं आभार निखिलेशसिंह यादव ने प्रदर्शित किया।
प्रकाशनार्थ-

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