Read Time1 Minute, 54 Second
खून में उनके रवानी रही
जोशीली बहुत जवानी रही
इंकलाब जिंदाबाद नारा रहा
अमर उनकी कहानी रही
उनको शत शत हमारा नमन
दुनियां भगतसिंह की दीवानी रही
बुझदिल नहीं,ना वो कायर रहा
याद उनकी हमे कुर्बानी रही
जी रहे उनके दम से आज हम
आजादी उन्हीं की निशानी रही
लहरा रहा अपना तिरंगा शान से
शहीदों की ही तो मेहरबानी रहीं
#किशोर छिपेश्वर ‘सागर’
परिचय : किशोर छिपेश्वर ‘सागर’ का वर्तमान निवास मध्यप्रदेश के बालाघाट में वार्ड क्र.२ भटेरा चौकी (सेंट मेरी स्कूल के पीछे)के पास है। आपकी जन्मतिथि १९ जुलाई १९७८ तथा जन्म स्थान-ग्राम डोंगरमाली पोस्ट भेंडारा तह.वारासिवनी (बालाघाट,म.प्र.) है। शिक्षा-एम.ए.(समाजशास्त्र) तक ली है। सम्प्रति भारतीय स्टेट बैंक से है। लेखन में गीत,गजल,कविता,व्यंग्य और पैरोडी रचते हैं तो गायन में भी रुचि है।कई पत्र-पत्रिकाओं में आपकी रचनाएं प्रकाशित होती हैं। आपको शीर्षक समिति ने सर्वश्रेठ रचनाकार का सम्मान दिया है। साहित्यिक गतिविधि के अन्तर्गत काव्यगोष्ठी और छोटे मंचों पर काव्य पाठ करते हैं। समाज व देश हित में कार्य करना,सामाजिक उत्थान,देश का विकास,रचनात्मक कार्यों से कुरीतियों को मिटाना,राष्ट्रीयता-भाईचारे की भावना को बढ़ाना ही आपका उद्देश्य है।
Post Views:
677
Fri Sep 28 , 2018
लाखों लोग कर रहे अनशन ऐसी क्या मजबूरी है जू तक नहीं रेंग रही इनके बस प्रचार जरूरी है नौ-नौ दिन से भूखे-प्यासे घरबार तक छोड़ दिया बेरोजगारी की जकड़न में जीवन ने मोड़ लिया एक हजार की भर्ती निकले लाखों फॉर्म भरते है उम्मीदें टूट जाती है जब सब […]