भेड़िये… सिर्फ जंगलों में ही नहीं होते

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कहीं पहने हुए,
इन्सान की खाल ।
और कहीं..
ओड़ इन्सानियत का नकाब
दिख जाते हैं, सब तरफ भेड़िये ।
भेड़िये… सिर्फ जंगलों में ही नहीं होते ।।

कभी अजनबी,
तो कभी बन रिश्तेदार।
कभी सीधे,
तो कभी करें छिप कर प्रहार ।
भेड़िये… सिर्फ जंगलों में ही नहीं होते ।।

मौका मिलते ही करें वार,
कहीं नोचें मांस,
दिखा के प्यार ।
कहीं मारते हैं तिल-तिल करके
कहीं…
एक बार में ही करें काम-तमाम ।
भेड़िये… सिर्फ जंगलों में ही नहीं होते ।।

अंजु गुप्ता

परिचय
जन्मतिथी : 7 अक्टूबर
निवास : हिसार, हरियाणा
विधा : तुकांत , अतुकांत , हाइकु, वर्ण पिरामिड और लघुकथाएँ

शिक्षा : बी.कॉम, PGDMM , PGDCA , MBA , M A (English ), B.Ed

साँझा कविता संग्रह : सत्यम प्रभात, अनकहे जज्बात, मुसाफिर, स्त्री का आकाश, प्यारी बेटियाँ इत्यादि

सम्मान : युग सुरभि सम्मान, काव्य सागर सम्मान, हिंदी सेवी सम्मान, “जय विजय रचनाकार सम्मान”, “काव्य रंगोली साहित्य भूषण सम्मान”, सिद्धि श्रेष्ट सम्मान”, पॉजिटिव वीमेन अवार्ड ” इत्यादि !

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।