लहू का रंग

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aparna thapaliya

केवल सैनिकों का
लहू लाल होता है
श्वेत रक्तधारियों की तो
बस जिह्वा में
उबाल होता है ।
अगर इन्हें
विरोध करना हो
सरकारी नीति का
तो
ये ही उल्लंघन करें
संविधान का,
और सड़कों पर भी
इन्हीं का
बवाल होता है।
लगा कर आग
परिस्थिति से भाग
इन्हें ,न कोई
मलाल होता है,
हर हाल में
लाभान्वित हो ं
फेंका
ऐसा जाल होता है ।
बहाते रक्त की बूँदें
बदन से
श्रंगारित ,
माँ भारती का
भाल होता है,
केवल सैनिकों का
लहू लाल होता है।
बड़ी बड़ी बातें
साथ ही
भितर घातें
स्वयम् के लिए सुविधाएँ,
सम्मान अपार
कार्य निर्वहन करते
आम जन को
जूते और लातें,
इनका तो ढंग
ही कमाल होता है
पहचान लो
श्वेत रक्त धारियों
की बस
जिह्वा में ही उबाल होता है.।
सच मानिए
केवल सैनिकों का
लहू लाल होता है
हाँ केवल सैनिकों का
लहू ही लाल होता है।
#अपर्णा थपलियाल “रानू”

नाम:-अपर्णा थपलियाल “रानू”
अभिरुचि:-लेखन (कविता,लघु कथा,लेख,संसमरण इत्यादि)
जन्म स्थान:- देहरादून
पता:- गाजियाबाद(उत्तरप्रदेश)

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