हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए सांसद ने किया समर्थन

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धामनोद |
हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा चलाए जा रहे जनसमर्थन अभियान में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.अर्पण जैन अविचल ने धार सांसद सावित्री ठाकुर से भेंट की और समर्थन प्राप्त किया| धामनोद स्थित सांसद सावित्री ठाकुर के निज निवास पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.अर्पण जैन ‘अविचल’, राष्ट्रीय सचिव कैलाश बिहारी सिंघल, अपराधों की दुनिया के संपादक जितेन्द्र वामने, धामनोद नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष रामलाल यादव, सहायक संपादक विक्की शर्मा ने भेंट की|
सांसद श्रीमति ठाकुर ने हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए पूर्ण समर्थन देते हुए संसद में प्रश्न उठाने की बात कही|
उन्होंने ‘हिन्दी के सम्मान में हर भारतीय मैदान में’ का समर्थन किया| साथ ही सांसद ठाकुर को डॉ. जैन का काव्यसंग्रह काव्यपथ भेंट की

 

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।