हिन्दी के सम्मान हित, कार्य करते दिन रात। मातृभाषा, परिवार है, साहित को सौगात। साहित को सौगात, सभी के सृजन प्रकाशे। नवसृजक हितमान,सभी की कलम विकासे। कहे लाल कविराय ,साहित भाल की बिन्दी। अर्पण जैन महान, समर्पित जीवन हिन्दी। . करते सृजन प्रकाश ये, हिन्दी अंतरजाल। अर्पण जी छापे सभी, […]