लोगों ने कैसे-कैसे मुग़ालते पाल रखे हैं, दोस्त जानकर आस्तीनों में सांप पाल रखे हैं। वो तो समाया हैं ज़र्रे-ज़र्रे में, फ़िर क्यूँ पत्थरों में ही भगवान पाल रखे हैंl नसीब नहीं होता हर किसी पर मेहरबाँ, नादान लोगों ने गले में ताबीज़ पाल रखे हैंl ग़रीब को अब कोई […]