चौथी बार भाजपा सरकार के मकसद से मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के ऐन पहले सतारूढ भारतीय जनता पार्टी में मुखि‍या की अदला-बदली के दौर में नंदकुमार सिंह चौहान के बदले हतप्रभ संस्कारधानी जबलपुर के सांसद राकेश सिंह को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की महत्ती जवाबदारी सर्वसम्त सौंपी गई। दा‍यि‍त्व वहान नया […]

भारतीय युवाओं का इतिहास यह दर्शाता है कि मानव संसाधन का बहुत ही महत्वपूर्ण और सक्रिय अंग होने के नाते युवा वर्ग ने हमेशा ही समाज की प्रगति में अग्रणी भूमिका निभाई। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महान बलिदानी बनकर,कुरूतियों,रूढ़ियों तथा मौजूद विपदाओं को नेस्तनाबूत किया। आगे,देश के विकास, औद्योगिक क्रांति,नवीनतम […]

(राष्ट्रीय प्रेस दिवस विशेष) भारत जीवंत और विशालतम लोकतंत्र है। यह मात्र राजनीतिक ददर्शन ही नहीं है,बल्कि जीवन का एक ढंग और आगे बढ़ने के लिए लक्ष्य है। इसी गुंजायमान लोकतंत्र का त्रिनेत्र पत्रकारिता में आलोकित है। अभिभूत,प्रधानमंत्री ने हाल ही में कहा कि,आज समाचार-पत्र सिर्फ खबर ही नहीं देते,वे […]

सर्पदंश को तात्कालिक समस्या मानना बेईमानी है,यह दीर्घकालिक भीषण आपदा है। चपेट में आए दिन सैकड़ों लोग असमय काल के गाल में समा जाते हैं। खासतौर पर बारिश और खेती-किसानी के समय सर्पदंश की अप्रिय घटनाएं ज्यादा बढ़ती है। ऐसे मौसम में एहतियात बरतने की खासी जरूरत है। वीभत्स,सर्पदंश से […]

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भगवान और भक्त  के बीच काठ का नहीं,आस्था व विश्वास का अटूट नाता है। श्रद्धा के इस पावन रिश्ते में हैवान का क्या काम?,पर नहीं हैवान तो भगवान से बढ़कर है। भगवान के दर पर इनकी जीती-जागती प्रतिमूर्ति नजर आती है। आस्था के नाम पर धर्म के बिचौलिए बन बैठे […]

बहुसंख्यकों के बीच में अल्पसंख्यकों का वतन की सर्वोच्च आसंदी पर आसीन हो जाना हिन्दुस्तान की सरजमीं के अलावा कहीं दीगर मयस्सर नहीं है। जाके देखिए,उन मुल्कों में जहां अल्पसंख्यकों के लिए नुमाइंदगी तो छोड़िए मर्जी से जीना तक बमुश्किल है। यह हिन्दुस्तान की गंगा-जमना तहजीब की सीख है कि […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।