अधर हँसीं के पहरे धरकर,दर्द छुपाती सीने में। नहीं शिकायत करती चाहे,हो कठिनाई जीने में। जिस घर लेती जन्म सुता वो,बड़े नसीबों वाले हैं। बेटी के घर आते ही,खुलते किस्मत के ताले हैं। पारसमणि-सी प्यारी बेटी है अनमोल नगीने में। अधर हँसी के पहरे धरकर,दर्द छुपाती सीने में……….l बेटी है […]