नींद आँखों में इस क़दर, ले आती ख़वाब बे हिसाब । कभी नदियाँ, कभी झरने, कभी देखूँ सुंदर बाग, फूल तितली चमन हवाएँ, रहते ख्वाबों में मेरे साथ । और जब अपने होते साथ, दर्द की कोई न होती बात। कुछ हमेशा याद रहते, कुछ भूल जाते ख़्वाब । मेरी […]
कभी किसी को ग़लत न बोलें, हमने तो ये सीखा है… सोंच समझकर बात करेंगे, हमनें तो ये सीखा है। कभी किसी की आंखों में, आँसू न आने देंगे हम… रोने वाले को है हँसाना, हमने तो ये सीखा है। अपनी ख़ातिर जो भी जीता, वो तो पशु समान है… […]
ईश्वर हमको ऐसा वर दो, अच्छे, अच्छे कर्म करें ।। मानवता की सेवा करके , हम दुनियां में नाम करें।। सत्य, अहिंसा को अपनाकर, गांधी, हरिश्चन्द्र, राम बनें। विफलताओं पर व्याकुल न हों, धैर्य के साथ हो सदैव खड़े ।। क्रोध को जीते, क्षमा व्रत लें, नम्र बनें हम झुक […]
हरा , भरा है मेरा देश , सुखद, मनोरम प्यारा देश धरा यहाँ की बहुत पवित्र, सब धर्मावलम्बी मेरे मित्र।। एक समान हैं सारे धर्म, हम सब करते अच्छे कर्म। होली, ईद, दशहरा दीवाली मिलजुल कर आती खुशहाली याद है बचपन और स्कूल , वो गलियाँ और उड़ती धूल जिन […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।