मुसाफतों से दिल ये भरता क्यों नहीं इक ठिकाने पर ठहरता क्यों नहीं ======================= क्यों भरोसा करता है अजनबियों पर ठोकरें खा कर सुधरता क्यों नहीं ======================= देखकर इन दर्दमंद मज़लूमों को ज़ालिमों का दिल पिघलता क्यों नहीं ======================= ज़हर देकर मुझको वो बेचैन हैं ज़िंदा है अबतक ये मरता […]