जब कभी आता है बादल, दिल को हर्षाता है बादलl कोयल चकवा हर्षाते हैं, मोर नचवाता है बादलll धरती सूखी करे पुकार, कर वर्षा करें उपकारl आज मेंढक भी टर्राते हैं, प्रकृति नया करे श्रृंगारll मयूर हो गया है पागल, जब कभी आता है बादलl तन गोरी अंगड़ाई आती, बादल […]