जो हल न हो सके उन चंद सवालों जैसी ज़िंदगी होती है शतरंज की चालों जैसी ========================== ये तो खुदगर्ज़ी की स्याही पुत गई वरना रंगत अपनी थी बचपन में उजालों जैसी ========================== वक्त कटता ही नहीं मेरा जब तू साथ न हो एक दिन की भी जुदाई लगे सालों […]