मंदिर-मस्जिद में हम क्यों खोजते भगवान, लाईन में लगकर पूजा करते क्या धनवान, भला गरीब नहीं होता क्या इसका कद्रदान, जरा ध्यान से देखो वही तो है सच्चा इन्सान, यहां कण-कण में भी हैं आस्था के भगवान, फिर हम क्यों लड़ते तेरे मेरे हैं ये भगवान, जो गरीब की सेवा […]