एयर कंडीशन में बैठकर जंक फूड खाते खूब बागों के झुरमुट से रहे सदा अंजान से। लिखते कविता जरूर मगर कविता होती गद्य कभी खेतों में पांव न रखा रिश्तों से रहे विरान। लंदन में बैठकर कविता करते नहीं है कोई ज्ञान ये तो पैसे वाले हैं भला क्या जाने […]
मारा हिन्दी भाषा से हो भाईचारा , बस यही है एक अंतिम पैगाम हमारा, डा अर्पण “अविचल” जी का है इशारा, जी हां “हिन्दी ग्राम “है बस खेवनहारा, हमारे भारत वर्ष का बस एक ही नारा, हिन्दी ही रही है राष्ट्रवादियों का सहारा, फिर हम अकेला क्यों करे इसे किनारा, […]
लोग कहते हैं कि २०१९ नया साल है, लेकिन नये वर्ष में कौन सा धमाल है, हर साल में ही होता सिर्फ वही गोलमाल है, सभी दलों में मधुर संबंध और बोलचाल है, जनता यहां की केवल मूर्ख और वाचाल है, वो नहीं समझते नेताओं की ही एक चाल है, […]
प्रभात नव नभ अम्बर प्राची के आँचल में पडा करुण अरुण दिखा, विधि की निधि देखो विधि ने रवि की क्या करुणामय विधि लिखा । जून में अरुण तरुण तरुणी के तन मन को तपाकर खुश होता है, देखो अरुणिमा अरुण का तेज शीत पावन पवन पौष में खोता है […]
भोर हुई तो इंसा देखो, ताकतवर बन जाता है , श्वासों में भर-भर कर आशा, रंग नया भर जाता है , दिन-भर समय बिताता फिर, शाम को घर आ आता है , सारे जग में अपने धन का, फिर डंका बजवाता है , जैसे – जैसे आसमान में , बड़ते […]
चूहों में कोहराम मच गया। एक बिल्ली को चूहा जंच गया॥ बिल्ली ने भेजा प्रस्ताव। चूहे राजा कर लो ब्याव॥ चूहे ने एक सभा बुलाई। पूछा-बिल्ली से करुं सगाई ? चूहे बोले-तुम करो बहाना। उस आफत को घर ना लाना॥ या तुम बन जाओ घर जमाई। इसमें ही हम सबकी […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।