आओ बच्चों तुम्हें सुनाऊँ,कहानी एक किसान की, धूप-छाँव सह करता खेती,गेहूँ,मक्का धान की। सुबह सवेरे जल्दी उठता,फिर अपने खेतों में जाता, घूम-घूमकर क्यारी-क्यारी,फसलों से वो बातें करता। लिए फावड़ा नित हाथ में,डौल-डौल पर डोल रहा, एक क्यारी में नाका खोले,एक में पानी बंद कर रहा। बढ़ जाती जब घास खेत […]