बिन लालच – बिन मतलब के ,     प्यार वो लुटाती है ।  जग में ममता की मूरत,      मां वो कहलाती है ।।  कदम कदम पर दुनिया में,        रास्ता वो दिखाती है ।   बच्चों पर जो नेह बरसाये,        मां वो […]

हैं खड़े हमेशा करूँ सेवा परोपकारी देता हूँ जीवन वृक्ष निःस्वार्थ।। #नवीन कुमार भट्ट परिचय : पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट उपनाम- “नीर” वर्तमान पता-ग्राम मझगवाँ पो.सरसवाही जिला-उमरिया राज्य- मध्यप्रदेश  विधा-हिंदी Post Views: 228

मां को समर्पित लफ़्ज़ों में भरे जज़्बात… मदर्स डे स्पेशल उलझे हुए से फिरते हैं नादिम सा एहसास लिए दस्तबस्ता शहर में वो नूर है अंधेरे गुलिस्तां में । डरावने ख़ौफ़ के साये हर शख्स बेगाने से शहर भर के हंगामों में वो कायनात है उजड़े गुलिस्तां में । हाथ की […]

मिटा के हस्ती मैं अपनी सारी तुझे खुदा कर गजल कहूँगी; सनम ये साँसो की रौनकें सब तुझे अता कर गजल कहूँगी !! हाँ जिस्म महिवाल सोणियो का,डुबा गई थी वो कच्ची माटी; मिटा न पाई जो इश्क़ उनका वही वफा कर गजल कहूँगी !! लगी हुई है जो मेरी […]

जब कभी जीवन में कुछ, गतिरोधक सा बन जाता है। एक ज्योति जीवन में तब, प्रतिबिम्ब सा दिख जाता है।। ऐसी होती है मां, वह होती है मां….. बेटे का पक्ष लेने के लिए, वह अनेक उलझनों में पड़ जाती है। बेटी का पक्ष लेने के लिए, वह दुनिया से […]

बताओ वो बज़ह क्या है तुम्हारे मुस्कराने की लगाई तुमने है कोई शर्त दिल आजमाने की। बताओ वो बज़ह क्या है तुम्हारे मुस्कराने की। अदाओं पर निछावर है ज़िन्दगी जां तलक मेरी जीत जाओ हराकर तुम हार मन्ज़ूर है मेरी लगाई तुमने है कोई शर्त दिल आजमाने की। बताओ वो […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।