सुबह के छः बजे हैं। कल सरकारी छुट्टी थी तो मैं बेटी और बेटे को मेले घुमाने ले गया था,इसलिये सभी को रात को सोने में देर हो गई थी। श्रीमती जी खुद सुबह ५ बजे उठकर सभी के टिफिन बनाकर तैयार कर चुकी हैं। फिर भी घर में सुबह के […]
ओ अर्द्धरात्रि के उल्लू सुन, अब जाग भोर हो गई नई.. असली उत्सव आया है अब नव संवत्सर है,वर्ष नई। बगिया महकी,चिड़िया चहकी, कुदरत ने बाँहें फैलाई. बासंती के आलिंगन को, बेला बैसाखी की आई। भीनी खुशबू बागों में है, कोयलिया गीत सुनातीं है.. मद्धम चलती है पुरवाई, फसलें सारी […]
न नवल मंजु शुभ सुबह हो,सुखदायक हर शाम। या यादें प्रिय-हिय में बसी,रहे अधर पर नाम।। सा साथ सदा त्यौहार हों,और ख़ुशी हर ओर। ल लहराए मन झूम के, हो रंगों का जोर।। मं मंदिर-सा महके सदा,यश वैभव सब ओर। ग गर्वित भाल उठा रहे,खिली रहे हर पोर।। ल लघु स्वर्णिम रवि रश्मियाँ,हिय […]
हिन्दू की शान है,हिंदुत्व का अभिमान है, गौरव है मान है, हिन्द का अभिमान है। विक्रम का निशान है,भगवा की शान है, सम्राट वो महान है,जिसने दिया ये इनाम है। भूल जाते वो इंसान है,जो घिर गए वो पश्चिम शैतान है, नव संवत्सर ये महान है, गुड़ी पड़वा का दिन भी […]
कोर्ट ने न्यायिक सेवा समिति को निर्देश दिया-वह हिन्दी में दाखिल संजय कुमार की याचिका का अंग्रेजी में अनुवाद करने में मदद करे। नई दिल्ली |सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर हिन्दी अड़ गई है। दशकों पहले जिस सुप्रीम कोर्ट ने जाने-माने राजनेता राज नारायण को हिन्दी में बहस करने […]
धूल भरी गलियाँ वो सुहाने दिन माँगे, जिंदगी मुझसे फिर वही बचपन माँगें।। ज्येठ की दोपहर तपती जमीं पकते खजूर, अधपकी अमिया काले काले जामुन माँगे। बरसाती पानी में निहारी थी कभी अपनी छवि, जिंदगी मझसे फिर वही पानी के दर्पण माँगे। महुआ की चौखट वो मेरे गाँव की बाखर, […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।