ललनाओं हो जाओ तैयार।
अब आई युद्व की बारी ।।
क्षत्राणियों के खून मे
उमड़ रहा है जोश।
हवाएं भी झूम-झूम,
गा उठी मदहोश ।
दुश्मन के ठिकानों पर,
हम करें वार पर वार।
ललनाओं हो जाओ तैयार ।
हाथों में चूड़ियों के साथ ,
अपने खड्ग थाम लो
रानी लक्ष्मीबाई सम ,
ढाल पीठ पर बांध लो ।
आंधी सी हम टूट पड़े,
करें दुश्मन पर प्रहार।
ललनाओं हो जाओ तैयार ।
काश्मीर से शत्रु को ,
खदेड़ के ही दम लेंगे।
रानी सारंधा बन,
दुश्मनों से बदला लेंगे ।
आन की खातिर ,
भोंकली जिसने कटार ।ः
ललनाओं हो जाओ तैयार ।
वीरों का है ये देश ,
वीरांगना इसकी शोभा ।
छोटे बच्चे यहां खेल में ,।
लेते अग्नि से लोहा ।
आल्हा – उदल की गाथा ,
जन जन में भर दे हुंकार ।
ललनाओं हो जाओ तैयार ।
आज दुर्गा बन दिखाएं।
हम रण में जौहर ।
माता अहिल्या सम दिखाएं ,
हम युद्ध कौशल ।
माता जीजाबाई सदृश ,
उठालो हाथ में तलवार ।
ललनाओं हो जाओ तैयार।.
#आशा जाकड़