अपना टिफिन तुम खुद ही खा लो,
मम्मी मुझे समोसे ला दोl
रोज़ टिफिन में पूरी-भुजिया,
आई तंग खाने से मुनियाl
कभी नहीं तुम बर्गर देती,
कब रोटी से बढ़कर देतीl
बोतल का तुम पानी रख लो,
देना है तो पेप्सी भर दोl
कभी न टॉफी तुम लेती हो,
चाट बनाकर कब देती होl
मिल्क शेक भी मुश्किल खाना,
तुम करती हो रोज़ बहानाl
गोल गप्पे भी माँग न पाती,
माँगती तो तुम मुँह बिचकातीl
बोली माँ-तू मेरी प्यारी,
करती कितनी बातें सारीl
बिटिया तुम जो ये खाओगी,
सेहतमंद न रह पाओगीll
#डॉ.जियाउर रहमान जाफरीपरिचय : डॉ.जियाउर रहमान जाफरी की शिक्षा एम.ए. (हिन्दी),बी.एड. सहित पीएचडी(हिन्दी) हैl आप शायर और आलोचक हैं तथा हिन्दी,उर्दू और मैथिली भाषा के कई पत्र- पत्रिकाओं में नियमित लेखन जारी हैl प्रकाशित कृति-खुले दरीचे की खुशबू(हिन्दी ग़ज़ल),खुशबू छूकर आई है
और चाँद हमारी मुट्ठी में है(बाल कविता) आदि हैंl आपदा विभाग और राजभाषा विभाग बिहार से आप पुरुस्कृत हो चुके हैंl आपका निवास बिहार राज्य के नालंदा जिला स्थित बेगूसराय में हैl सम्प्रति की बात करें तो आप बिहार सरकार में अध्यापन कार्य करते हैंl