मुम्बईl निर्देशक अली अब्बास जफर और संगीतकार विशाल-शेखर की प्रतिभा से बनी फिल्म `टाइगर ज़िंदा है` में वाकई टाइगर का कमाल ज़िंदा हैl २ घण्टा ४१ मिनट की इस फिल्म में कलाकारों में-सलमान,कैटरीना,सुदीप,कुमुन्
यहीं उनकी मुलाकात गुप्त रॉ एजेंट परेश रावल से होती हैl साथ ही यहां ज़ोया भी मिलती है,जो पाकिस्तानी नर्सों को छुड़ाने के लिए आई हैl फिल्म की सबसे अच्छी बात यह है कि,भारत-पाक के एजेंट्स मिलकर इस मिशन को अंजाम देने के लिए एकसाथ आ जाते हैंl क्या टाइगर और ज़ोया नर्सों को छुड़ा पाते हैं ?,इसके लिए सभी को फ़िल्म देखनी पड़ेगीl
फ़िल्म में सलमान खान,कैथरीना,गिरीश कर्नाड,परेश रावल तथा कुमुन्द मिश्रा ने किरदारों से न्याय किया हैl इस साल की दूसरी फिल्म जिसमें पहले दिन भीड़ दिखी है,यह अच्छी बात हैl फ़िल्म की रफ्तार बहुत तेज है,दोनों भाग सरपट निकल जाते हैंl इस फ़िल्म को भारत में ४६०० और स्क्रीन्स विदेशों में ११०० पर्दाघर मिले हैंl इस फिल्म से ४० करोड़ की ओपनिंग की उम्मीद हैंl इसका संगीत भी अच्छा बना है और गाने तीनों ही अच्छे हैंl `स्वेग` तो पूरे देश में छा ही गया है,पर `दिल दिया गल्लां` भी शानदार बन गया हैl सभी स्थल भी सुन्दर और छायांकन भी लाजवाब हैl इस फ़िल्म को साढ़े ३ सितारे देना बेहतर हैl
#इदरीस खत्री
परिचय : इदरीस खत्री इंदौर के अभिनय जगत में 1993 से सतत रंगकर्म में सक्रिय हैं इसलिए किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं| इनका परिचय यही है कि,इन्होंने लगभग 130 नाटक और 1000 से ज्यादा शो में काम किया है। 11 बार राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व नाट्य निर्देशक के रूप में लगभग 35 कार्यशालाएं,10 लघु फिल्म और 3 हिन्दी फीचर फिल्म भी इनके खाते में है। आपने एलएलएम सहित एमबीए भी किया है। इंदौर में ही रहकर अभिनय प्रशिक्षण देते हैं। 10 साल से नेपथ्य नाट्य समूह में मुम्बई,गोवा और इंदौर में अभिनय अकादमी में लगातार अभिनय प्रशिक्षण दे रहे श्री खत्री धारावाहिकों और फिल्म लेखन में सतत कार्यरत हैं।