डिजिटल माध्यम में अग्रणीय मातृभाषा डॉट कॉम

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संपूर्ण भारत वर्ष में हिंदी और हिंदी के लिए काम करने वाले बहुत से संस्थान हैं, खासकर डिजिटल माध्यम से हिंदी के लिए काम करने वाले प्रमुख संस्थानों में मातृभाषा डॉट कॉम बेहतर काम कर रहा है। इसमें प्रकाशित प्रसारित साहित्य और सूचना न केवल आपको प्रेरित करती है बल्कि हिंदी में काम करने के लिए एक अच्छा सरल रास्ता दिखाती है। matrubhashaa.com के साथ काम करते हुए मैंने अपने आप को सहज और सरल पाया है। उम्मीद करता हूं कि आपका यह प्रयास वर्षों तक यूं ही हिंदी भाषियों के लिए राह दिखाने का काम करता रहे।

लक्ष्मीकांत पण्डित,
सम्पादक, तत्काल टाईम्स, इंदौर

आप भी लिखिए अपनी पाती मातृभाषा डॉट कॉम के नाम और भेजिए 9406653005 पर व्हाट्सएप्प के माध्यम से।

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हाइकु

Thu Apr 27 , 2023
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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।