करे जो अपनी मनमानी
वो तानाशाही होता है।
तभी तो उसका एकदिन
बहुत बुरा अंत होता है।
घमंड उसका टूट जाता है
जब अपने छोड़ देते है।
फिर लवारिसो की तरह
गली गली फिरता रहता है।।
उठाकर देखो इतिहास को
समझ तुम्हें आ जायेगा।
घमंड रावण कंश और
हिटलर जैसो का टूटा।
तो क्या तुम देश की
जनता से बच पाएंगे।
और जहाँ से तुम चले थे
वही फिरसे पहुँच जाओंगे।।
किस किस जाती धर्म से
तुम लोग उलझोगे।
कब तक राम और राष्ट्र के
नाम पर आगे बड़ोगे।
और देश की जनता को
अपनी कमा से लूटोगें।
और कार्पोरेट जगत को
जनता का पैसा दे रहे।।
वोट दिया था जनता ने
एक आस के साथ।
शायद देश के अच्छे
दिन आ जायेंगे।
युवाओं को रोजगार और
घर में खुशाली आ जायेगी।
पर ये पहले वालो से भी
बहुत बड़े लूटेरे निकले।
और कार्पोरेट वालो के
ही मसीहा बन गये।।
जय जिनेंद देव
संजय जैन (मुंबई)