वृन्दाविहान को मिला ‘यूनाइटेड ऑर्गनाइज़ेशन’ में स्थान

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मानव अधिकारों के संरक्षण के लिए भी लड़ेगी वृन्दाविहान संस्था

इंदौर। समाजसेवा, नारी उत्थान एवं प्लास्टिक मुक्त भारत के लिए कार्यरत वृन्दाविहान बहुउद्देश्यीय संस्था को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत यूनाइटेड ऑर्गनाइज़ेशन का साथ मिला है, इसी के साथ, अन्तरराष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग द्वारा संबद्धता प्रदान करते हुए संस्थान को मानव अधिकारों की रक्षा के लिए भी भारत से बतौर सहभागी संस्थान अपने साथ जोड़ा है।
ज्ञात हो कि विश्व भर में मानव अधिकारों की रक्षा के लिए अन्तरराष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग सक्रियता से कार्यरत है, जिससे सभी देशों के मानवाधिकार आयोग, राजदूत आदि जुड़े हैं। आयोग का मुख्यालय यूरोप महाद्वीप के चेक गणराज्य की राजधानी प्राग में है।
वृन्दाविहान काफी समय से सतत समाज जागरण, स्त्री शिक्षा, प्लास्टिक मुक्त भारत इत्यादि अभियान में प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। संस्था की संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ.नीना जोशी ने बताया कि ‘अन्तरराष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के साथ संधि होने से संस्था के कार्यों का अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर विवेचन हुआ है, इसके माध्यम से नव जागरण के साथ एवं मानव अधिकारों को भी संरक्षित करने की ज़िम्मेदारी मिली है। चूँकि आयोग का भारत सहित श्रीलंका, पोलैंड आदि राष्ट्रों में प्रतिनिधित्व स्थापित है। हम भी अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे और भारत में इस दिशा में कार्य करेंगे।’
संस्थान की इस उपलब्धि पर शिखा जैन, डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, लव जोशी, रचना जोशी, साधना शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, नितेश गुप्ता, जलज व्यास आदि ने आयोग के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

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