मेरा भारत महान

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मिल जाए लिखी अच्छी बाते,
उस पर अम्ल होना चाहिए।
भले ही मेरा भारत महान नहीं,
उसे हमेशा महान कहना चाहिए।।

करना चाहती है वे देह व्यापार,
पर उसे वैश्या कोई भी ना कहे।
अच्छा है उनको फिल्म इंडस्ट्री में
अच्छी हीरोइन बन जाना चाहिए।

बोलता रहे झूठ भरी अदालत में,
पर उसे सजा न मिलनी चाहिए।
अच्छा है किसी शहर में जाकर
बड़ा वकील बन जाना चाहिए।।

चलती रहे उसकी तानाशाही,
कोई उसका विरोध भी न करे।
अच्छा है वह किसी अदालत में,
न्यायधीश बन जाना चाहिए।।

चाहता है अगर करना लूट मार,
पर उसे कोई डाकू लुटेरा न कहे।
अच्छा है उसको इस देश का,
एक राजनेता बन जाना चाहिए।।

चाहते है सुख मांस मदिरा स्त्री का
कोई भी भोगी आपको न कहे।
बना लो कोई बढ़िया सा आश्रम,
उसका धर्म गुरु बन जाना चाहिए।

चाहते आप सबको बदनाम करना,
कोई भी आपको बदनाम न करे।
लेे लो एक माइक हाथ में तुम,
प्रेस रिपोर्टर बन जाना चाहिए।।

करे न कोई बाल बांका तुम्हारा,
करे न बुराई गंदे इल्जाम की।
ले लो नागरिकता तुम भैया,
इस सच्चे भारत महान की।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।