क्या रिकाॅर्ड वृद्धि के बाद भी देश में कोरोना के नये मामलों में कमी आ रही है?

0 0
Read Time2 Minute, 11 Second
  भारत में कोविड-19 की रोकथाम के समस्त उपायों के बावजूद आंकड़ों में रिकॉर्ड वृद्धि होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। चूंकि भारत के लोकतांत्रिक लोकप्रिय माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी जी ने लाॅकडाउन-1 से लेकर लाॅकडाउन-4 तक कुशलतापूर्वक लगाए। परंतु विपक्षी नकारात्मक भूमिका के कारण वह सफलता प्राप्त नहीं हुई। जिसकी कामना उन्होंने ने सम्पूर्ण लाॅकडाउन-1 लगाते समय की थी। जिसकी प्रशंसा विश्वस्तर पर भी हुई थी।
  चूंकि समाचार प्रकाशन/प्रसारण में बताया जा रहा है कि भारत में कोविड-19 के रोगियों की संख्या 144069 के पार चली गई है। जिनमें से 58727 से अधिक रोगी कोविड-19 को मात देकर  स्वस्थ हुए और 4117 से अधिक रोगी कोविड-19 के युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो चुके हैं।
  इसके बावजूद युद्ध कोविड-19 विकराल रूप धारण कर रहा है। जिसके फलस्वरूप दिन प्रतिदिन रोग संक्रमण संख्या में वृद्धि हो रही है। जो पीड़ादायक है।
  स्पष्ट शब्दों का प्रयोग करें तो मोदी जी के कुशल नेतृत्व वाली भारत सरकार के समस्त प्रयासों को कुचलते हुए कोविड-19 के नये मामलों में कमी नहीं आ रही है।
  इसलिए कोविड-19 पर विजय प्राप्त करने हेतु सर्वप्रथम प्रशासनिक भ्रष्टाचार को रोकते हुए सचिव स्तर के उच्च अधिकारियों, विषाणु विशेषज्ञों, जीव एवं विषाणु शोधकर्ताओं की कुशलता को अधिक से अधिक पारदर्शी बढ़ावा देने की अत्यंत आवश्यकता है।

matruadmin

Next Post

कैसे कह दू मै ईद मुबारक।

Tue May 26 , 2020
कैसे कह दू मै ईद मुबारक, जब चारो तरफ आफत आईं। हर तरफ मौत का मातम पसरा, हर कोने में अब मौत छाई।। कैसे पहनूं मै नई नई पोशाकें, जब मौत कफन ले आई है। कंधे भी अब कम पड़ गए हैं ये कैसी अब मुसीबत आई है।। कैसे पहनूं […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।