
अर्थ युग का चमत्कार

29 अप्रैल, 1989 को मध्य प्रदेश के सेंधवा में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर अर्पण का जन्म हुआ। उनकी एक छोटी बहन नेहल हैं। अर्पण जैन मध्यप्रदेश के धार जिले की तहसील कुक्षी में पले-बढ़े। आरंभिक शिक्षा कुक्षी के वर्धमान जैन हाईस्कूल और शा. बा. उ. मा. विद्यालय कुक्षी में हासिल की, तथा इंदौर में जाकर राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अंतर्गत एसएटीएम महाविद्यालय से संगणक विज्ञान (कम्प्यूटर साइंस) में बेचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कंप्यूटर साइंस) में स्नातक की पढ़ाई के साथ ही 11 जनवरी, 2010 को ‘सेन्स टेक्नोलॉजीस की शुरुआत की। अर्पण ने फ़ॉरेन ट्रेड में एमबीए किया तथा एम.जे. की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने सॉफ़्टवेयर के व्यापार के साथ ही ख़बर हलचल वेब मीडिया की स्थापना की। वर्ष 2015 में शिखा जैन जी से उनका विवाह हुआ। वे मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं और हिन्दी ग्राम के संस्थापक भी हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 11 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
आदरणीय राजकुमार जैन राजन जी के कविता हृदय को स्पर्श कर गए । बहुत ही सही और सार्थक भावो के साथ शानदार रचना है ।सच है वर्तमान अर्थ का ही युग है । मानव मानवीयता छोड़कर अर्थ के पीछे दौर रहे है । कवि के मन में प्रश्न उठ रहे है कि यहीं है क्या अच्छे दिन ।
वेरी नाइस၊
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अर्थ युग का चमत्कारmatruadmin April 28, 2017 अर्थ युग का चमत्कार2017-04-28T09:11:00+00:00 No Comment
जीने की कोशिश करता इंसान,
मगर कहाँ वह जी पाता..
पेड़ से गिरी सूखी पत्तियों को
पता है हमारा अतीतl
तब,
किसी की दबी-दबी सिसकियां
मद्धम-मद्धम-सी चीखें..
कानों में पड़ती थीं तो
दिल मोम की तरह पिघल जाता था,
और आत्मा की खुशबू
एक सपना बुनकर
ढँक देती थी,,,,,,,,,,,,,गजब
शुभकामनाएँ आपका स्नेह प्यार मिलता रहे
माननीय राजकुमार जी ने बहुत ही सार्थक भाव के साथ ये काव्य रचना की है । मानव अर्थ के लिए दिन-रात एक कर देते है । उपार्जन बढ़े तो अच्छा दिन आएगा ये समझ लेते है ।मगर । अर्थ जब आ जाता है इन्सान इन्सानियत भूल जाते है । कवि मन में पश्न जाग उठी है कि यहीं है अर्थ युग का चमत्कार । सौ प्रतिशत सहीं विचार । शानदार रचना ।
चिंतनशील विचारों की सुंदर शब्दों के साथ प्रस्तुति ।
बहुत शुभकामनाएँ आदरणीय
Hardik badhai.sir
हार्दिक आभर