सुनो मेरे देशवासियों,
मनाने जा रहे,
71व गणतंत्र दिवस,
कुछ संकल्प ले लो।
नहीं करेंगे कोई भेद,
हम जाती और धर्म पर।
समान भाव सबके प्रति,
हम सब मिलकर रखेंगे।
तभी हमारा ये देश,
दिखेगा विश्व में विशेष।।
हमे इस पर है अभिमान,
और इसे बहुत है हमे प्यार।
इसलिए नहीं गिरने देंगे इसका कभी स्वभिमान।
लड़ेंगे इसके लिए एक साथ,
नहीं आने देंगे कोई आंच।
ये हमारा देश है हिंदुस्तान,
जो हमको प्राणो से प्यारा है।
इसे हम कैसे अकेला छोड़ दे।।
हम दे देंगे चाहे अपनी प्राण,
पर तिरंगे को कभी झुकने नहीं देंगे।
चाहे कोई भी हो वो शैतान,
यदि करेगा देश से गद्दारी।
तो उसको देंगे मृत्यु दंड।
इसलिए संजय कहता है
की दिल से करो इसे प्यार।
और निभाओ अपना फर्ज
तुम सब।
ये हमारा देश है हिंदुस्तान।
जो हम सब को प्राणो से
प्यारा है।
इससे कैसे हम अकेला
छोड़ दे।।
#संजय जैन
परिचय : संजय जैन वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं पर रहने वाले बीना (मध्यप्रदेश) के ही हैं। करीब 24 वर्ष से बम्बई में पब्लिक लिमिटेड कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत श्री जैन शौक से लेखन में सक्रिय हैं और इनकी रचनाएं बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहती हैं।ये अपनी लेखनी का जौहर कई मंचों पर भी दिखा चुके हैं। इसी प्रतिभा से कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इन्हें सम्मानित किया जा चुका है। मुम्बई के नवभारत टाईम्स में ब्लॉग भी लिखते हैं। मास्टर ऑफ़ कॉमर्स की शैक्षणिक योग्यता रखने वाले संजय जैन कॊ लेख,कविताएं और गीत आदि लिखने का बहुत शौक है,जबकि लिखने-पढ़ने के ज़रिए सामाजिक गतिविधियों में भी हमेशा सक्रिय रहते हैं।