कागज की नाव को पानी की ऊपरी सतह पर उतारना आसान होता है ।
पर उस कश्ती को नदिया पार ले जाना कठिन काम होता है ।
उस कागज की कश्ती को बनाना भी कोई आसान काम नहीं,
पर सीखने में बस थोड़ा ध्यान लगाना होता है ।
और शायद कागज की कश्ती बनाना, सीखने के बाद आसान होगा ।
लेकिन कागज बनाना अब भी मुश्किल काम होगा,
और आज की तारीक में शायद जंगल में जाकर पेड़ों को काटना
फिर उसकी लकड़ी से कागज बनाना इंसान के लिये आसान होगा,
किन्तु पेड़-पौधों को लगाना और जंगलों को बचाना अब शायद सबसे मुश्किल काम होगा ।
दोस्तों, यदि अब भी न चेते हम
तो कागज की कश्ती तो दूर
खुद की कश्ती को भी बचाना
मुश्किल नहीं नामुमकिन काम होगा ।
साकेत जैन शास्त्री ‘सहज’
जयपुर(राजस्थान)