सुनो वीर फौजी तुम्हारे लिए।
जला दीप घी के सभी ने दिए।
तुम्ही से रहेगी सुरक्षा सखे।
सदाचार सारे हमारे रखें।
बढ़े देश की शान वीरों चढ़ो।
रखो मान ईमान पंथी बढ़ो।
नही भूलना गान पंछी कहे।
वही पातकी पाक पीछे रहे।
सखे भारती आरती धारती।
भला चाहती भावना पालती।
करे काम ऐसे सधे कामना।
सधे साधना मात की भावना।
करामात ऐसीेे हताशा मिटे।
पराधीनता की निराशा कटे।
जहाँ वीरता ही सदा धारती।
अहो भारती माँ सुने आरती।
जपे शारदे माँ कथा पावनी।
कहे भक्त भावे मनो भावनी।
रखो देश मेरा भला ही सदा।
टले घोर ऐसी, बला सर्वदा।
करे देश सेवा बचा बेटियाँ।
पढ़े बेटियाँ तो सरे नेकियाँ।
हमारी सभी से यही बंदगी।
बचाएँ सदा ही धरा जिंदगी।
सुनाएँ कहानी शहीदी यही।
बताएँ जवानी रवानी मही।
करें वंदना ईश आओ अभी।
बढ़े देश आगे सँभालो सभी।
नाम– बाबू लाल शर्मा
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः