रुड़की |
दिशा शिक्षा ट्रस्ट व केंद्रीय विद्यालय संख्या एक की ओर से विश्व हिन्दी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम मे ट्रस्ट के संरक्षक एवम् साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन ने कहा कि हिन्दी ही एक मात्र ऐसी भाषा है जो मनुष्य के जन्म से जुड़ी है।नवजात शिशु के रुदन से निकलने वाले वाले स्वर व व्यंजन हिन्दी भाषा को ही रेखांकित करते है।उन्होंने हिन्दी से सम्बंधित अपनी कई रचनाये सुनाई और कहा कि ‘चाहे अल्लाह हो या ओमेंन,ओम वही से आता है,सारे संसार की भाषा का देवनागरी से नाता है’।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ट्रस्ट के अध्यक्ष फिरोज अहमद ने कहा कि रचनात्मक कार्यो से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास सम्भव है।उन्होंने ट्रस्ट द्वारा किये जा रहे कार्यो की भी जानकारी दी और बच्चों से संवाद व लेखन का आव्हान किया।जिला उद्योग केंद्र के अधिकारी सूर्यकांत त्रिपाठी ने भी हिन्दी मे कामकाज को अपनाने पर बल दिया।विद्यालय के प्राचार्य विपिन त्यागी ने कहा कि हिन्दी हमारे संस्कारो की भाषा है और हिन्दी प्रति स्पर्धाओं मे बच्चों के हिन्दी के प्रति अपने लगाव को प्रदशित कर सराहनीय कार्य किया।अध्यापक आलोक गुप्ता व श्री नीलम के संयुक्त सञ्चालन मे आयोजित हिन्दी दिवस समारोह मे दिशा शिक्षा प्रेरक ट्रस्ट की ओर से राष्ट्रपति पुरुस्कार प्राप्त करने जा रहे बच्चों,कांवड़ सेवा मे योगदान करने वाले बच्चों व उनसे सम्बंधित अध्यापको को ट्रस्ट की ओरसे प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।वही ट्रस्ट की ओर से श्रीगोपाल नारसन व फिरोज अहमद द्वारा प्राचार्य विपिन त्यागी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।हिन्दी प्रतियोगिताओ के व स्वच्छता अभियान के विजेताओ को अतिथियों द्वारा पुरुस्कृत किया गया।उपप्राचार्य मदन पाल सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया व पुम शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया।विद्यालय की ओर से अतिथियों को श्री राम चरित मानस पुस्तक भेंट की गई।