प्यारी हिन्दी

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garima sinh
हिन्दी दिवस विशेष……..
सबसे सरल सहज है हिन्दी
सबसे पावन निर्मल हिन्दी
शब्द अलौकिक अर्थ अनेक
विषय विश्व का है बस एक
जिसपर गर्व हमें है रहता
हिन्दी हैं हम, मन है कहता
हिन्दी मन की अभिलाषा है
हिन्दी जीवन की आशा है
अद्भुत, अद्वितीय ,अनुपम हिन्दी
भाषा का श्रृंगार है हिन्दी
बोल चाल में सरल है हिन्दी
भाषा का आधार है हिन्दी
हिन्दी गुण साहित्य समाहित
हिन्दी से है जन, जन का हित
हिन्दी सुमधुर हिन्दी कोमल
हिन्दी  से जीवन है उज्वल
हिन्दी शीतल पवन समान
हिन्दी है  सबका अभिमान
हिन्दी देश का मान बढ़ाती
भाषा का सम्मान बढ़ाती
हिन्दी चिड़ियों के कलरव में
हिन्दी सागर के  लहरों में
हिन्दी हिंद की रग ,रग में है
हिन्दी है सम्पूर्ण विश्व में
 भारत की पहली पहचान
हमें नाज है हम हिन्दी हैं
हिन्दी से बढ़ता है ज्ञान
हिन्द देश की प्यारी हिन्दी
मन करता है तुझे प्रणाम
#गरिमा सिंह
परिचय- 
नाम-  गरिमा अनिरुद्ध सिंह
साहित्यिक उपनाम-मधुरिमा
राज्य-गुजरात
शहर-सूरत
शिक्षा- एम ए प्राचीन इतिहास
कार्यक्षेत्र-शिक्षण
विधा – हास्य ,वीर रस ,शृंगार

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।