इंदौर। शहर के वरिष्ठ रचनाकार मुकेश तिवारी को दो सम्मान दिये जाने की घोषणा हुई है। माधवी फाउंडेशन द्वारा माधवी मनीषी सम्मान और के. बी. हिन्दी सेवा न्यास द्वारा हिन्दी आराधक सम्मान। यह सम्मान उन्हें  के.बी. हिन्दी सेवा न्यास (पंजीकृत) तथा डॉ. मिथिलेश दीक्षित साहित्य-संस्कृति सेवा न्यास (पंजीकृत) द्वारा आगामी […]

हिन्दी कवि सम्मेलन की सौ साल की यात्रा को मातृभाषा लाएगा जनमानस की बीच इन्दौर। भारत में हिन्दी कवि सम्मेलन का आरंभ सौ वर्ष पूर्व हुआ था। इस वर्ष कवि सम्मेलन का शताब्दी वर्ष है। शताब्दी वर्ष की स्मृति को जनमानस से जोड़ने के उद्देश्य से मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा […]

हिन्दी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू करने वाला म.प्र. देश का पहला राज्य हिन्दी में ज्ञान का प्रकाश कार्यक्रम में शामिल होने इन्दौर से साहित्यकार रवाना इन्दौर। मध्यप्रदेश भारत का पहला ऐसा राज्य बन रहा है जहां चिकित्सा विज्ञान की शिक्षा राजभाषा हिन्दी में आरम्भ होने जा रही है। रविवार […]

इन्दौर । हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्यरत संस्थान ’मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ द्वारा शहर में 24 घण्टे खुले रखने वाले पुस्तकालय के संचालक एवं साहित्यकार राधेश्याम माहेश्वरी जी को शनिवार के दिन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ एवं वरिष्ठ पत्रकार मुकेश तिवारी द्वारा भाषा […]

इंदौर। क्षितिज साहित्य संस्था द्वारा श्री मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति के सभागार में रविवार को आयोजित अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन – 2022 में शहर के वरिष्ठ लघुकथाकार राम मूरत ‘राही’ के तृतीय लघुकथा संग्रह ‘इंजेक्शन’ का विमोचन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजशेखर व्यास वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व अपर महानिदेशक, […]

मानवीय स्तर पर अपील करने वाली रचना स्मृति में बनी रहती है-भगीरथ इन्दौर। जो रचना विचार के स्तर पर, बुद्धि के स्तर पर और मानवीय स्तर पर ज्यादा अपील करती है वहीं रचना आपकी स्मृति में हमेशा बनी रहती है। श्री सुकेश साहनी ने अलग – अलग विषय पर अलग […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।